


पेजमेकर को प्रकाशन (Publication) यानि छपाई कार्य के लिए सबसे बेहतरीन प्रोग्राम माना जाता है इससे पहले Quark Express को इस कार्य के लिए इस्तेमाल किया जाता था. पेजमेकर में छापी जाने वाली प्रकाशन के डिजाइन को बड़ी ही आसानी से तैयार किया जा सकता है जबकि इस कार्य को कोरल ड्रा के द्वारा भी तैयार किया जा सकता है लेकिन अधिकांश डिजाईनर पेजमेकर को ही पसंद करते है क्योंकि इसका कारण यह है की यह कभी भी Busy नहीं होता है और इसकी फाइलें भी तेजी से खुलतीं हैं.
पेजमेकर को सबसे पहले अमेरिका की मशहुर कम्पनी Aldus Corporation के मालिक Paul Brainerd ने सबसे पहले “डेस्कटॉप प्रकाशन” शब्द का प्रयोग किया था. फिर उन्होंने मेकिन्तोष कंप्यूटर के लिए सन 1985 में पहली बार पेजमेकर को जारी किया तथा बाद में पर्सनल कम्पूटरों के लिए इसका संस्करण सन 1987 में जारी किया गया. फिर बाद में इसे Adobe Corporation ने पेजमेकर को खरीद लिया और तब इसे “Adobe Page Maker” के नाम से बाजार में उतारा गया. तब से पेजमेकर को डेस्कटॉप प्रकाशन के क्षेत्र में सबसे बड़ा प्रोग्राम कहा जाने लगा. वर्तमान समय में यह सबसे अधिक उपयोग किया जाने वाला प्रोग्राम है. अब तक इसके कई कई संस्करण बाजार में आ चुके है. उनमे से पेजमेकर 5 सबसे अधिक प्रचलन में रहा. फिर 6.0 को बाजार में लाया गया. आजकल पेजमेकर 7.0 का भी उपयोग अधिकतर कम्पूटरों पर किया जा रहा है जोकि इसका सबसे नवीनतम संस्करण है जिसे सन 2002 में बाजार में उतारा गया.
पेजमेकर छोटे प्रकाशनों जैसे – पुस्तक, न्यूज़लेटरों, और पत्रिकाओं के लिए सबसे अधिक उपयोगी है. आज-कल इसका ज्यादातर उपयोग लेटर पैड, शादी कार्ड, पोस्टर, पम्पलेट इत्यादि के छपाई कार्य के लिए किया जा रहा है.
पेजमेकर के एक ही फ़ाइल में फोटो, आर्ट, कार्टून, ग्राफ, नक्शे, पाठ्य तथा अन्य सभी प्रकार की सूचनाओ को रखा जा सकता है. इसीलिए किसी प्रकाशन को एक स्थान से दुसरे स्थान पर ले जाने के लिए हमे किसी अन्य फ़ाइल की आवश्यकता नही पडती सिर्फ एक मुख्य फ़ाइल जिनका विस्तारित नाम .pmd या .p65 होता है में समस्त समाग्री आ जाती है जिसके एक फ़ाइल में 999 पेजों को और अधिक जोड़ा जा सकता है तथा हर पेज पर अलग – अलग पब्लिकेशन तैयार कर सकते है.